जानिये अपने बच्चे का भविष्य और आपके बच्चे के लिए किस क्षेत्र में तरक्की के अवसर हैं आदि।
अगर आपके मन में भी अपने बच्चे को लेकर ये सब प्रश्न है की उनका स्वास्थ्य ठीक रहेगा या नहीं, बच्चे किस क्षेत्र में तरक्की करेंगे, उनकी विद्या-बुद्धि कैसी रहेगी, उनका भविष्य कैसा होगा वो कौन से फील्ड में जायँगे आदि बाते तो आज ही अपने बच्चे की रिपोर्ट यहाँ से https:// www.foresightindia.com/ basichoro/CHILD डाउनलोड करे
अगर आपके मन में भी अपने बच्चे को लेकर ये सब प्रश्न है की उनका स्वास्थ्य ठीक रहेगा या नहीं, बच्चे किस क्षेत्र में तरक्की करेंगे, उनकी विद्या-बुद्धि कैसी रहेगी, उनका भविष्य कैसा होगा वो कौन से फील्ड में जायँगे आदि बाते तो आज ही अपने बच्चे की रिपोर्ट यहाँ से https://
संसार की सबसे महत्वपूर्ण घटना जो हमारे जीवन में धटती हैं, वह है हमारे परिवार में बच्चे का जन्म।
हिन्दू संस्कृति में कहा जाता है कि पितृ ऋण से मुक्ति प्राप्त करने के लिये संतान का जन्म होना ही चाहिये।
जब किसी बच्चे का जनम होता है तो उसके माता पिता के मन में बहुत सारे प्र्शन चलते है कि बच्चे के चरण कौन से हैं - चांदी, तांबा, स्वर्ण या फिर लौह के। इसके ग्रह माता-पिता, दादी-दादा या नाना-नानी के लिये कैसे हैं, ये मंगली है या नहीं। इसकी आयु कितनी है। विद्या-बुद्धि कैसी रहेगी या स्वास्थ्य ठीक रहेगा या नहीं। मूलों का जन्म है या नही आदि.
आप अपने बच्चे की जन्मकुंडली से ये सारी बाते और अपने बच्चे का भविष्य और आपके बच्चे के लिए किस क्षेत्र में तरक्की के अवसर हैं. ये सब कुछ जान सकते है.
आज के प्रतियोगिता के दौर में माता-पिता बच्चों के भविष्य को लेकर बहुत चिंतित रहते है।क्यूंकि बच्चे हमारे देश और समाज का भविष्य हैं। इसलिए हम अपने बच्चों के भविष्य को लेकर हमेशा चिंतित रहते हैं। हमें ये बात हमेशा सताती रहती है कि बच्चे का करियर कैसा होगा। इसी परेशानी कि वजह से माता पिता बच्चों पर अनावश्क दबाव डालते हैं। वो अगर किसी विषय (गणित) में कमजोर है तो उस पर बोझ बढ़ाते रहते हैं।
लेकिन ये सही नहीं है इससे अच्छा यह है की पहले आप यह जान ले की बच्चे कि कुंडली में गणित पढ़ने का योग है भी या नहीं है। उसकी सोचने-समझे कि क्षमता को समझना पहले जरूरी होता है। इसमें उसके ग्रह जिम्मेदार होते हैं। उसके ग्रह ही बताते हैं कि उसकी टैंडेसी क्या है। वो स्पोर्ट्स में अच्छा जा सकता है या चीजें भूल जाता है। याद भी रहता है तो किसी डर के कारण समय पर परफॉर्म नहीं कर पाता है। ये सिर्फ बच्चों में नहीं बड़ों में भी होता है।
जब कुंडली में राहु और चन्द्रमा कि स्थिति ठीक नहीं होती है तो इस तरह कि समस्याएं आती हैं। इसके लिए कारण जानना सबसे जरूरी होता है।तभी बच्चों के ऊपर अनावश्यक दबाव ना बना कर, पहले उनकी कुंडली देखें और समझे क्या कह रहे हैं ग्रह और फिर चुने उनके करियर कि दिशा...
जैसे की बुध और बृहस्पति का मेल पैसा देता है इसका मतलब अगर आपके बच्चे कि कुंडली में इन दोनों ग्रहों का योग है तो बच्चा फाइनेंस के सेक्टर में जा सकता है।
अगर यहीं बुध कमजोर है तो बैंकिंग सेक्टर में तो जा सकता है पर हो सकता है कि उसमे एकाउंट्स ना देखो, मार्केटिंग या एडमिनिस्ट्रेशन देखों।
आपके ग्रह आपको कहां लेकर जाएंगे ये उनपर ही निर्भर करता है। बच्चे के अंदर किस तरह कि प्रवृति है खेलने कि प्रवृति है, झगड़ा करने कि है या सुरक्षा करने कि प्रवृति है। ये सारा खेल उसके ग्रहों का होता है। मजबूत मंगल और बृहस्पति के प्रभाव में बच्चा रक्षक प्रवृति का होगा। अगर मंगल राहू के प्रभाव में होगा या मंगल शनि के प्रभाव में होगा तो बच्चा अपराधी प्रवृति का बनेगा।
इसलिए Foresight ने ख़ास बच्चो के लिए एक मॉडल CHILD (https:// www.foresightindia.com/ basichoro/CHILD) बनाया है जिसमे हम एक रिपोर्ट बना क्र देते है जिसमे आपके बच्चे के बारे में कई विवरण देती है।जैसे की आपके बच्चे की राशी, नक्षत्र, चरण, शुभ चक्र, लग्न, नवमांश चक्र, निंशोत्तरी दशा, स्टोन रिकमेन्डेशन ,मांगलिक, सादे साती, और उनकी कुंडली का पूर्ण विश्लेसन करके और कारक और मारक योग देते है.
हिन्दू संस्कृति में कहा जाता है कि पितृ ऋण से मुक्ति प्राप्त करने के लिये संतान का जन्म होना ही चाहिये।
जब किसी बच्चे का जनम होता है तो उसके माता पिता के मन में बहुत सारे प्र्शन चलते है कि बच्चे के चरण कौन से हैं - चांदी, तांबा, स्वर्ण या फिर लौह के। इसके ग्रह माता-पिता, दादी-दादा या नाना-नानी के लिये कैसे हैं, ये मंगली है या नहीं। इसकी आयु कितनी है। विद्या-बुद्धि कैसी रहेगी या स्वास्थ्य ठीक रहेगा या नहीं। मूलों का जन्म है या नही आदि.
आप अपने बच्चे की जन्मकुंडली से ये सारी बाते और अपने बच्चे का भविष्य और आपके बच्चे के लिए किस क्षेत्र में तरक्की के अवसर हैं. ये सब कुछ जान सकते है.
आज के प्रतियोगिता के दौर में माता-पिता बच्चों के भविष्य को लेकर बहुत चिंतित रहते है।क्यूंकि बच्चे हमारे देश और समाज का भविष्य हैं। इसलिए हम अपने बच्चों के भविष्य को लेकर हमेशा चिंतित रहते हैं। हमें ये बात हमेशा सताती रहती है कि बच्चे का करियर कैसा होगा। इसी परेशानी कि वजह से माता पिता बच्चों पर अनावश्क दबाव डालते हैं। वो अगर किसी विषय (गणित) में कमजोर है तो उस पर बोझ बढ़ाते रहते हैं।
लेकिन ये सही नहीं है इससे अच्छा यह है की पहले आप यह जान ले की बच्चे कि कुंडली में गणित पढ़ने का योग है भी या नहीं है। उसकी सोचने-समझे कि क्षमता को समझना पहले जरूरी होता है। इसमें उसके ग्रह जिम्मेदार होते हैं। उसके ग्रह ही बताते हैं कि उसकी टैंडेसी क्या है। वो स्पोर्ट्स में अच्छा जा सकता है या चीजें भूल जाता है। याद भी रहता है तो किसी डर के कारण समय पर परफॉर्म नहीं कर पाता है। ये सिर्फ बच्चों में नहीं बड़ों में भी होता है।
जब कुंडली में राहु और चन्द्रमा कि स्थिति ठीक नहीं होती है तो इस तरह कि समस्याएं आती हैं। इसके लिए कारण जानना सबसे जरूरी होता है।तभी बच्चों के ऊपर अनावश्यक दबाव ना बना कर, पहले उनकी कुंडली देखें और समझे क्या कह रहे हैं ग्रह और फिर चुने उनके करियर कि दिशा...
जैसे की बुध और बृहस्पति का मेल पैसा देता है इसका मतलब अगर आपके बच्चे कि कुंडली में इन दोनों ग्रहों का योग है तो बच्चा फाइनेंस के सेक्टर में जा सकता है।
अगर यहीं बुध कमजोर है तो बैंकिंग सेक्टर में तो जा सकता है पर हो सकता है कि उसमे एकाउंट्स ना देखो, मार्केटिंग या एडमिनिस्ट्रेशन देखों।
आपके ग्रह आपको कहां लेकर जाएंगे ये उनपर ही निर्भर करता है। बच्चे के अंदर किस तरह कि प्रवृति है खेलने कि प्रवृति है, झगड़ा करने कि है या सुरक्षा करने कि प्रवृति है। ये सारा खेल उसके ग्रहों का होता है। मजबूत मंगल और बृहस्पति के प्रभाव में बच्चा रक्षक प्रवृति का होगा। अगर मंगल राहू के प्रभाव में होगा या मंगल शनि के प्रभाव में होगा तो बच्चा अपराधी प्रवृति का बनेगा।
इसलिए Foresight ने ख़ास बच्चो के लिए एक मॉडल CHILD (https://